An Unbiased View of nightmare cure

सपनों की एक जर्नल रखें: बार-बार आने वाले विषयों और ट्रिगर्स की पहचान करने के लिए जागने के तुरंत बाद अपने सपनों को लिखें।

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एक्सपोज़र थेरेपी: यदि बुरे सपने किसी दर्दनाक अनुभव से उत्पन्न होते हैं, तो ट्रिगर करने वाली यादों के प्रति धीरे-धीरे खुद को असंवेदनशील बनाने के लिए एक्सपोज़र थेरेपी लेने की सलाह दी जाती है।

सोने से पहले डरावनी फिल्में, क्राइम शो या नेगेटिव न्यूज देखना हमारे दिमाग पर सीधा असर डालता है। जब आप सोने से ठीक पहले ऐसे दृश्य देखते हैं, तो अवचेतन मस्तिष्क उन चित्रों को पकड़कर रात को दोबारा प्ले करता है, नतीजतन डरावने सपने आते हैं। इसलिए कहा जाता है कि सोने से पहले पॉजिटिव कंटेंट देखना या सुनना फायदेमंद होता है।

आपके दिमाग में वही सब घूमता रहता है इसलिए आपको भूतिया सपने आते हैं.

इसीलिए सपने में भी आपको किसी के पीछा करने का एहसास होता है.

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यह खौफ का ऐसा मंजर होता है, जिसमें आप अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर छिपते हैं.

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विशेषज्ञों का कहना है पूरी रात सपने क्यों आते हैं इसके लिए किताबों या “सपनों के शब्दकोशों” पर भरोसा न करें, जो एक विशिष्ट सपने की छवि या प्रतीक के लिए एक विशिष्ट अर्थ देते हैं। क्योंकि आपके सपने के पीछे का कारण आपके लिए अनूठा हो सकता है।

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कई बार दिन भर नेगेटिव विचार या फिर कई व्यर्थ बातें सोचने की वजह से रात को ऐसा होता है,

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